जो करने की सोचा करते केवल ये उनका ख्वाब रहा
मैं कांटों बीच पला लेकिन फिर भी तो फूल गुलाब रह
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कवि पवन शंखधार बदायूँ
मैं कांटों बीच पला लेकिन फिर भी तो फूल गुलाब रह
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कवि पवन शंखधार बदायूँ
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