सदा महकती यादो का सफर पुराना हो ,
कुछ प्रेम गीत हो कुछ मय के प्याले हो ,
आँखों में बसी नमी के छलकते पैमाने हो
कभी तुम उन्हें बोलो ये मय के प्याले हो,
नवीन कुमार तिवारी
कुछ प्रेम गीत हो कुछ मय के प्याले हो ,
आँखों में बसी नमी के छलकते पैमाने हो
कभी तुम उन्हें बोलो ये मय के प्याले हो,
नवीन कुमार तिवारी
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