कटि लहराय चली केश बलखाय चली
कानन के कुंडल से छवि रति काम की ।
मुझसे ही प्रेम करे मुझको ही ढूंढती है
ओढ़ ली चुनर उसने जबसे मेरे नाम की ।
मैंने कहा मुझसे विवाह कर लो हे गोरी
जिंदगी कटेगी तेरी बड़े आराम से ।
तेरी मेरी जोड़ी बिलकुल वैसे ही लगेगी
जैसे राधे मां और बापू आशाराम की ।
- बदनाम दुर्गेश
कानन के कुंडल से छवि रति काम की ।
मुझसे ही प्रेम करे मुझको ही ढूंढती है
ओढ़ ली चुनर उसने जबसे मेरे नाम की ।
मैंने कहा मुझसे विवाह कर लो हे गोरी
जिंदगी कटेगी तेरी बड़े आराम से ।
तेरी मेरी जोड़ी बिलकुल वैसे ही लगेगी
जैसे राधे मां और बापू आशाराम की ।
- बदनाम दुर्गेश
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