गिर कर सम्भल गये होते तो अच्छा होता ।
आँसू थे निकल गए होते तो अच्छा होता ।
देखो कितना बदल लिया है खुद को मैंने
थोड़ा तुमभी बदल गए होते तो अच्छा होता ।
आँसू थे निकल गए होते तो अच्छा होता ।
देखो कितना बदल लिया है खुद को मैंने
थोड़ा तुमभी बदल गए होते तो अच्छा होता ।
- कवि दुर्गेश बदनाम
Leaving the title Kavi Badnaam for ...........
😢
Now just Durgesh Pratap Mishra .

Now just Durgesh Pratap Mishra .
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