मे भी प्यार में धोखा खाये बैठा हूँ
अपनों हाथो से जख्म खाये बैठा हूँ
कैसे कह दू की तुम भी प्यार कर लो
जब में प्यार में चूर चूर हुए बैठा हूँ
कभी खाती थी वो कसम हमारे प्यार की
आज उसकी कसमो का हिसाब लिए बैठा हूँ
मुझे आदत बना लेना आदित्य कहा उसने कभी
आदत उसकी हो गयी तो पागल हुए बैठा हूँ
शहर के लोग उसका दीवाना कहते है मुझे
में उसी के इन्तेजार में आज भी बैठा हूँ
प्यार मेरा ठुकरा गयी वो चन्द सिक्को के लिए
में उसके लिए दिल सी दौलत लिए बैठा हूँ
जब मिलेगा उसे धोखा उससे उसके प्यार में
तब आएगी वो बेवफा मेरी ही बाहों में
आदित्य वो दौलत के लिए मुझे छोड़ गयी
में उस बेवफा के लिए दौलत लिए बैठा हूँ
कवि आदित्य बजरंगी
📞9536198627
अपनों हाथो से जख्म खाये बैठा हूँ
कैसे कह दू की तुम भी प्यार कर लो
जब में प्यार में चूर चूर हुए बैठा हूँ
कभी खाती थी वो कसम हमारे प्यार की
आज उसकी कसमो का हिसाब लिए बैठा हूँ
मुझे आदत बना लेना आदित्य कहा उसने कभी
आदत उसकी हो गयी तो पागल हुए बैठा हूँ
शहर के लोग उसका दीवाना कहते है मुझे
में उसी के इन्तेजार में आज भी बैठा हूँ
प्यार मेरा ठुकरा गयी वो चन्द सिक्को के लिए
में उसके लिए दिल सी दौलत लिए बैठा हूँ
जब मिलेगा उसे धोखा उससे उसके प्यार में
तब आएगी वो बेवफा मेरी ही बाहों में
आदित्य वो दौलत के लिए मुझे छोड़ गयी
में उस बेवफा के लिए दौलत लिए बैठा हूँ
कवि आदित्य बजरंगी
📞9536198627
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