हर तरफ है उमंग का मौसम।
जब से आया वसंत का मौसम।
ओढ़ बैठी धरा चुनर धानी
सुर्ख फूलों के रंग का मौसम।
प्यार की मीठी बोलियाँ बोलो
भूल भी जाओ तंज का मौसम।
कूँक कोयल की कह रही सबसे
है ये सजनी के संग का मौसम।
बाद मुद्दत के यार आया है
गीत-ग़ज़लों का, छंद का मौसम।
झूम लो भूल सारे ग़म हीरा
है ये दिल की पसंद का मौसम।
हीरालाल
जब से आया वसंत का मौसम।
ओढ़ बैठी धरा चुनर धानी
सुर्ख फूलों के रंग का मौसम।
प्यार की मीठी बोलियाँ बोलो
भूल भी जाओ तंज का मौसम।
कूँक कोयल की कह रही सबसे
है ये सजनी के संग का मौसम।
बाद मुद्दत के यार आया है
गीत-ग़ज़लों का, छंद का मौसम।
झूम लो भूल सारे ग़म हीरा
है ये दिल की पसंद का मौसम।
हीरालाल
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