हकीकत से पर्दा उठाओ तो जाने
अश्क और हॅसी को मिलाओ तो जाने
हमारे दुखों की हकीकत मिलेगी
जो आॅ खों से काजल चुराओ तो जाने
जो है मेरे दिल में मोहब्बत उसे तुम
मिसाले मोहब्बत बनाओ तो जाने
रियाजत तपों से निखारा है इसको
यह ईमा हमारा डिगाओ तो जाने
बुराई का बदला बुराई से मत लो
जहर को भी अमृत बनाओ तो जाने
खुदा बन रहे हैं सभी सन्त साधु
कभी इंसाॅ बन कर दिखाओ तो जाने
कहता है साहिल उन जालिमो से
कभी अपना घर जलाओ तो जाने
ये ऐलाने उल्फत है साहिल का यारों
सभी को जो अपना बनाओ तो जाने
महेन्द्र साहिल
अश्क और हॅसी को मिलाओ तो जाने
हमारे दुखों की हकीकत मिलेगी
जो आॅ खों से काजल चुराओ तो जाने
जो है मेरे दिल में मोहब्बत उसे तुम
मिसाले मोहब्बत बनाओ तो जाने
रियाजत तपों से निखारा है इसको
यह ईमा हमारा डिगाओ तो जाने
बुराई का बदला बुराई से मत लो
जहर को भी अमृत बनाओ तो जाने
खुदा बन रहे हैं सभी सन्त साधु
कभी इंसाॅ बन कर दिखाओ तो जाने
कहता है साहिल उन जालिमो से
कभी अपना घर जलाओ तो जाने
ये ऐलाने उल्फत है साहिल का यारों
सभी को जो अपना बनाओ तो जाने
महेन्द्र साहिल
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