---वफ़ा पर प्रयास---
मेरी रूह तू मुझसे वफ़ा करना,
कुछ ऐसे काम किया करना !!
करना तू वफ़ा उस माँ से सदा,
तेरी ख़ातिर जिसने क्या न किया !!
पाला तुझको तपा खुद को दिया,
उस पिता का करना तू कर्ज़ अदा !!
खाया है नमक और दाना-पानी,
उस वतन का फर्ज़ अदा करना !!
जिसके दम से है तेरी साँस बँधी,
शुक्रिया मालिक का अदा करना !!
नज़रों से गिरूं जो कभी ख़ुद की,
कोई काम ना ऐसा कभी करना !!
मेरी रूह तू मुझसे वफ़ा करना
बस ऐसी ही राहें चुना करना !!
मेरी रूह...।।
मेरी रूह...।।
...✍🏻✍🏻✍🏻प्रतीक द्विवेदी
मेरी रूह तू मुझसे वफ़ा करना,
कुछ ऐसे काम किया करना !!
करना तू वफ़ा उस माँ से सदा,
तेरी ख़ातिर जिसने क्या न किया !!
पाला तुझको तपा खुद को दिया,
उस पिता का करना तू कर्ज़ अदा !!
खाया है नमक और दाना-पानी,
उस वतन का फर्ज़ अदा करना !!
जिसके दम से है तेरी साँस बँधी,
शुक्रिया मालिक का अदा करना !!
नज़रों से गिरूं जो कभी ख़ुद की,
कोई काम ना ऐसा कभी करना !!
मेरी रूह तू मुझसे वफ़ा करना
बस ऐसी ही राहें चुना करना !!
मेरी रूह...।।
मेरी रूह...।।
...✍🏻✍🏻✍🏻प्रतीक द्विवेदी
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