अंगारों पे चलना है कांटों पे सोना
यही मेरा जीवन है अब कैसा रोना
कभी गम को पीना कभी दर्द सहना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
कभी जख्म पाना कभी अश्क बहना
यही मेरा जीवन है अब कैसा रोना
कभी गम है चादर कभी दुख बिछौना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
मेरे खेलने को है छालों का खिलौना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
मुकद्दर का कम्बल फटा एक कोना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
दुखों के समुद्र में गोता लगाना यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
तसल्ली रखकर साहील है जीना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
महेन्द्र साहिल
यही मेरा जीवन है अब कैसा रोना
कभी गम को पीना कभी दर्द सहना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
कभी जख्म पाना कभी अश्क बहना
यही मेरा जीवन है अब कैसा रोना
कभी गम है चादर कभी दुख बिछौना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
मेरे खेलने को है छालों का खिलौना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
मुकद्दर का कम्बल फटा एक कोना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
दुखों के समुद्र में गोता लगाना यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
तसल्ली रखकर साहील है जीना
यही मेरा जीवन अब कैसा रोना
महेन्द्र साहिल
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