हिन्दुस्तान की माटी पर
हिन्दुस्तानी रहना होगा
यहां की माटी में रमकर
हिन्दुस्तानी बनना होगा
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इस माटी की आव हवा मे
जहर नहीं घुलने देंगे
इस माटी का शॉर्य पराक्रम
कभी नहीं धुलने देंगे
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ऋषि मुनियो की तपस्थली
देवो की वरदान है ये
गौ गीता गंगा मां से
देवभूमि महान है ये
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मातृभूमि के साधक हैं हम
चुनौतियां स्वीकार हमें
मौत हमें क्या मारेगी
क्या देगी ललकार हमें
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मैं अदना सा कलमकार हूं
है हैसियत नहीं बड़ी
हिन्दुस्तान है सीने में
लिखता हूं बस खड़ी खड़ी
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कहे कवि उदय शंकर
अध्याय नया हम लिखेंगे
इस माटी के कण-कण में
सच्चाई सदा हम लिखेंगे
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देख रहा हूं मैं क्रांति की
"उदय" दिखाई देती है
मुझको माटी की कण कण से
जयघोष सुनाई देती है
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आजाद हिन्द में फिंरंगीयों से
प्यार दिलों में जिन्दा है
ईसाईयत की चाल में फंसकर
सारा भारत शर्मिदां है
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हम हिन्दुओं को हरगिज
ईसाई नहीं होने देंगे
हिन्दु ओर हिन्दुत्व की
गरिमा और नहीं ढहने देंगे
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जय हिन्द जय मां भारती
उदय शंकर चौधरी नादान
7738559421
[2:22 PM, 2/1/2017] Kavi Raam Newas Vihar Add: 🌷माँ का माहात्म्य🌷
दर्द हमें जब होता है,
मुख से माँ निकलता है
बच्चों के दुःख से,
माँ का दिल तड़पता है ।
माँ एक महाशक्ति है,
माँ ईश्वर की भक्ति है
अपने बच्चों की खातिर,
माँ कुछ भी कर सकती है ।
माँ बिना यूँ लगता है,
जीवन में क्या रखा है
झूठा प्यार है लोगों का,
माँ का प्यार ही सच्चा है ।
कितने ही दर्द सहे,
इंसानों को जन्म दिया
अपने खून से माँ,
तूने हमको सींच दिया ।
संसार में तुझ जैसा,
और नहीँ कोई दानी है
ममता की मूरत है तू,
करुणा की बड़ी निशानी है ।
बच्चों की ख़ुशी के लिए,
हर सुख का त्याग किया
संस्कार तुम्हीं ने दिए,
शिक्षा और ज्ञान दिया ।
गुरुओं की गुरु है तू,
तेरी अलग कहानी है
ममता की मूरत है तू,
करुणा की बड़ी निशानी है ।
ममता का रस पीने,
प्रभु ने अवतार लिया
तेरी गोद में खेले वे,
उन्होंने भी अमृतपान किया ।
तेरे तप की महिमा को,
वेदों ने बखानी है
ममता की मूरत है तू,
करुणा की बड़ी निशानी है ।
ब्रह्माण्ड में न दूजा कोई,
इक माँ की शानी है
ममता की मूरत है तू,
करुणा की बड़ी निशानी है ।
दुनिया की सभी माओं को नमन
🙏
हिन्दुस्तानी रहना होगा
यहां की माटी में रमकर
हिन्दुस्तानी बनना होगा
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इस माटी की आव हवा मे
जहर नहीं घुलने देंगे
इस माटी का शॉर्य पराक्रम
कभी नहीं धुलने देंगे
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ऋषि मुनियो की तपस्थली
देवो की वरदान है ये
गौ गीता गंगा मां से
देवभूमि महान है ये
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मातृभूमि के साधक हैं हम
चुनौतियां स्वीकार हमें
मौत हमें क्या मारेगी
क्या देगी ललकार हमें
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मैं अदना सा कलमकार हूं
है हैसियत नहीं बड़ी
हिन्दुस्तान है सीने में
लिखता हूं बस खड़ी खड़ी
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कहे कवि उदय शंकर
अध्याय नया हम लिखेंगे
इस माटी के कण-कण में
सच्चाई सदा हम लिखेंगे
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देख रहा हूं मैं क्रांति की
"उदय" दिखाई देती है
मुझको माटी की कण कण से
जयघोष सुनाई देती है
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आजाद हिन्द में फिंरंगीयों से
प्यार दिलों में जिन्दा है
ईसाईयत की चाल में फंसकर
सारा भारत शर्मिदां है
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हम हिन्दुओं को हरगिज
ईसाई नहीं होने देंगे
हिन्दु ओर हिन्दुत्व की
गरिमा और नहीं ढहने देंगे
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जय हिन्द जय मां भारती
उदय शंकर चौधरी नादान
7738559421
[2:22 PM, 2/1/2017] Kavi Raam Newas Vihar Add: 🌷माँ का माहात्म्य🌷
दर्द हमें जब होता है,
मुख से माँ निकलता है
बच्चों के दुःख से,
माँ का दिल तड़पता है ।
माँ एक महाशक्ति है,
माँ ईश्वर की भक्ति है
अपने बच्चों की खातिर,
माँ कुछ भी कर सकती है ।
माँ बिना यूँ लगता है,
जीवन में क्या रखा है
झूठा प्यार है लोगों का,
माँ का प्यार ही सच्चा है ।
कितने ही दर्द सहे,
इंसानों को जन्म दिया
अपने खून से माँ,
तूने हमको सींच दिया ।
संसार में तुझ जैसा,
और नहीँ कोई दानी है
ममता की मूरत है तू,
करुणा की बड़ी निशानी है ।
बच्चों की ख़ुशी के लिए,
हर सुख का त्याग किया
संस्कार तुम्हीं ने दिए,
शिक्षा और ज्ञान दिया ।
गुरुओं की गुरु है तू,
तेरी अलग कहानी है
ममता की मूरत है तू,
करुणा की बड़ी निशानी है ।
ममता का रस पीने,
प्रभु ने अवतार लिया
तेरी गोद में खेले वे,
उन्होंने भी अमृतपान किया ।
तेरे तप की महिमा को,
वेदों ने बखानी है
ममता की मूरत है तू,
करुणा की बड़ी निशानी है ।
ब्रह्माण्ड में न दूजा कोई,
इक माँ की शानी है
ममता की मूरत है तू,
करुणा की बड़ी निशानी है ।
दुनिया की सभी माओं को नमन
🙏
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