लोग चाहत मे दिल का चैन
नींद आँखों से चुराते है,
मगर हसरत अपनी है उनका हर आँसू चुराने की।
ख्वाहिशें हम भी रखते है रूबरू
उनसे होने की,
मगर फितरत अपनी है उनसे ही उनसे ही हर बात छुपाने की।"
सन्दीप कुमार"अज़नबी"/"अज़नबी" शायर।
नींद आँखों से चुराते है,
मगर हसरत अपनी है उनका हर आँसू चुराने की।
ख्वाहिशें हम भी रखते है रूबरू
उनसे होने की,
मगर फितरत अपनी है उनसे ही उनसे ही हर बात छुपाने की।"
सन्दीप कुमार"अज़नबी"/"अज़नबी" शायर।
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