।।मनहरण छंद ।।
मोदी जी को धमकियां
देने वालों तुम सुनो
इस धरा पे हजारो
नाथू राम बैठे है ।।
धरती ने बिज नही
खोया है जो हम डरे
हर घर विषधारी
महांकाल बैठे है ।।
अपनी पे आ गये तो
होगा वही बुरा हाल
द्वार द्वार चक्रधारी
कृष्ण कान्हा बैठे है
अगर जगादि रण
चंडी तो समझ लेना
हर हाथ तलवार
हम लिये बैठे है ।।
मनीष अग्निकुंज
मोदी जी को धमकियां
देने वालों तुम सुनो
इस धरा पे हजारो
नाथू राम बैठे है ।।
धरती ने बिज नही
खोया है जो हम डरे
हर घर विषधारी
महांकाल बैठे है ।।
अपनी पे आ गये तो
होगा वही बुरा हाल
द्वार द्वार चक्रधारी
कृष्ण कान्हा बैठे है
अगर जगादि रण
चंडी तो समझ लेना
हर हाथ तलवार
हम लिये बैठे है ।।
मनीष अग्निकुंज
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