एक छोटी सी कोशिश 🌷
ठिठुरते पंखुड़ियों ने
कई एहसास जगाऐं हैं
बिछुडते गौरैयो ने
कई आशुं बहाऐं हैं
चले तो थे ये भी अपने
घोसले के बच्चों को लेकर
आंधी ने तोड़ दिया है इनके
वो पुराने पेड़ के डाल से
घोसले को
क्या था किस्मत में लिखा
उन बच्चों के
तमाम उम्र गुजार रहे हैं
फटे हुए इन सड़कों पर
अचानक नजर पड़ी नर
गौरैया की उस आंख भरी
पानी में सोचा
कुछ उडान भरूं इस
बची हुई जवानी में
कुछ एक मिल उडा तो
पता चला यह
पानी नहीं समुन्दर है
खो गया वो पानी में
सो गया फिर वो मेरी कहानी में....
✒ अभिमन्यु तिवारी "लक्ष्य"
☎ 8084472649
ठिठुरते पंखुड़ियों ने
कई एहसास जगाऐं हैं
बिछुडते गौरैयो ने
कई आशुं बहाऐं हैं
चले तो थे ये भी अपने
घोसले के बच्चों को लेकर
आंधी ने तोड़ दिया है इनके
वो पुराने पेड़ के डाल से
घोसले को
क्या था किस्मत में लिखा
उन बच्चों के
तमाम उम्र गुजार रहे हैं
फटे हुए इन सड़कों पर
अचानक नजर पड़ी नर
गौरैया की उस आंख भरी
पानी में सोचा
कुछ उडान भरूं इस
बची हुई जवानी में
कुछ एक मिल उडा तो
पता चला यह
पानी नहीं समुन्दर है
खो गया वो पानी में
सो गया फिर वो मेरी कहानी में....
✒ अभिमन्यु तिवारी "लक्ष्य"
☎ 8084472649
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