मेरी रातों का हर आकाश ख्वाबों से महकता है।
मेरा हर एक खत तेरी किताबों से महकता है।
मेरे हिस्से में बस काँटे ही आये हैं, समझता हूँ,
मगर तेरा बदन मेरे गुलाबों से महकता है।
#शुभमशुक्ल
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मेरा हर एक खत तेरी किताबों से महकता है।
मेरे हिस्से में बस काँटे ही आये हैं, समझता हूँ,
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