तुम कहते हो भूल जाये उन्हें
तरीका बताओ भूलने का उन्हें
कभी खास लगते थे हम उन्हें
अब समय नही मिलता उन्हें
वादा ए वफ़ा की कसमे खायी थी
अब कैसे भूल जाये बताओ उन्हें
आज वो करते है शर्मो हया की बाते
जो कभी दौड़ कर गले लगते थे हमें
उनको ये वेरुखी रास नही आएगी
एक न एक दिन तो याद हमारी आएगी उन्हें
आदित्य यूँ न गुमान किया कर किसी पर
धोका मिलने पर फिर आदित्य की याद आएगी उन्हें
कवि आदित्य बजरंगी
9536198627
तरीका बताओ भूलने का उन्हें
कभी खास लगते थे हम उन्हें
अब समय नही मिलता उन्हें
वादा ए वफ़ा की कसमे खायी थी
अब कैसे भूल जाये बताओ उन्हें
आज वो करते है शर्मो हया की बाते
जो कभी दौड़ कर गले लगते थे हमें
उनको ये वेरुखी रास नही आएगी
एक न एक दिन तो याद हमारी आएगी उन्हें
आदित्य यूँ न गुमान किया कर किसी पर
धोका मिलने पर फिर आदित्य की याद आएगी उन्हें
कवि आदित्य बजरंगी
9536198627
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