हिंदी साहित्य का आधुनिक काल भारत के इतिहास के बदलते हुए स्वरूप से प्रभावित था। स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्रीयता की भावना का प्रभाव साहित्य में भी आया। भारत में औद्योगीकरण का प्रारंभ होने लगा था। आवागमन के साधनों का विकास हुआ। अंग्रेजी और पाश्चात्य शिक्षा का प्रभाव बढा और जीवन में बदलाव आने लगा।

Friday, 3 February 2017

डॉ.सरला सिंह

[1:48 PM, 2/2/2017] +91 96504 07240: आजादी
उसने पूछा आजादी के मायने,
क्या है आजादी ?
आजादी स्वतन्त्र होना है
ना कि स्वछन्द ।
बन्धन हमारे ऊपर होता है
समाज का , विचार का
धर्म का ,व्यवहार का ।
यदि बन्धन न हों
हम जानवर सदृश होंगे।
नैतिकता का बन्धन न हो,
अनैतिक कहलाए जायेंगे।
समाज का बन्धन न हो ,
कहीं भी कुछ भी डर न होगा ।
सरेआम चोरी डकैती लूटपाट
करनेवाले यही तो हैं ।
आजादी के मायने है
दासता न हो किसी की ।
गुलाम न हो किसी के ।
आजादी का स्वछन्दता नहीं,
नैतिकता का हनन करना नहीं।
मूल्यों का अवमूल्यन नहीं ।
मनमानी करना तो नहीं ।
आजादी आजादी है,
स्वछन्दता नहीं।
चाहे विचारों का हो ,
पहनावे का हो ।
नैतिकमूल्यों से परे ना हो,
वही आजादी है ।

  डॉ.सरला सिंह ।
 दिल्ली                      

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