Rinku Chatterjee मेरी प्यारी दीदी
जिनके साहित्य सरिता के
शब्द कल कल
निनादित
अविरल
बहते हैं हर पल
शब्द चपला
ब्रह्म शब्द से
मन मोहने में हैं
सफ़ल
आज जन्म दिन की बधाई
हम दे दे उन्हें जो हैं
जीवन रूपी एक नदी
याद करती रहें
उन्हें सदी
हर ऋतु में नियाग्रा धारा
सी बहती रहें
जन्म दिन कोटिशः मुबारक
यास मीन यही कहे
लेखन धर्म
जन्म मरण से परे
प्रतिपल लिखना
ही हर भाव,विचार
उलझल का
रहे हल
महके सुख का चन्दन
मिले चाहे
खिन्नता का
गरल
अडिग कर्त्तव्य पथ जो बढ़े
याद उसी को
रखता है आने वाला
कल
डॉ.यासमीन ख़ान
जिनके साहित्य सरिता के
शब्द कल कल
निनादित
अविरल
बहते हैं हर पल
शब्द चपला
ब्रह्म शब्द से
मन मोहने में हैं
सफ़ल
आज जन्म दिन की बधाई
हम दे दे उन्हें जो हैं
जीवन रूपी एक नदी
याद करती रहें
उन्हें सदी
हर ऋतु में नियाग्रा धारा
सी बहती रहें
जन्म दिन कोटिशः मुबारक
यास मीन यही कहे
लेखन धर्म
जन्म मरण से परे
प्रतिपल लिखना
ही हर भाव,विचार
उलझल का
रहे हल
महके सुख का चन्दन
मिले चाहे
खिन्नता का
गरल
अडिग कर्त्तव्य पथ जो बढ़े
याद उसी को
रखता है आने वाला
कल
डॉ.यासमीन ख़ान
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