ख्वाबों मे एक ख्वाब हसीन आया
वो धीमी आहट से मेरे करीब आया
प्यार से उसने अपने पास बैठाया
पूछा जो हाले दिल मैने बंयां किया
तडपता हुँ तेरी याद मे तु तन्हां कर
गया
जीने को जी रहा रहा हुँ मैं उदासी से घिर गया
आजा फिर एक बार जिन्दगी में तु
लिख देंगे हम प्यार का इतिहास
फिर नया
महेन्द्र साहिल भोपाल
वो धीमी आहट से मेरे करीब आया
प्यार से उसने अपने पास बैठाया
पूछा जो हाले दिल मैने बंयां किया
तडपता हुँ तेरी याद मे तु तन्हां कर
गया
जीने को जी रहा रहा हुँ मैं उदासी से घिर गया
आजा फिर एक बार जिन्दगी में तु
लिख देंगे हम प्यार का इतिहास
फिर नया
महेन्द्र साहिल भोपाल
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