"मुक्तक"
हम सब को काट कर देख लो कभी खूंन नही बदलेगा,
हम सब को चख कर देख लो कभी स्वाद नही बदलेगा।
हम सब है सिर्फ हिन्दुस्तानी सुनलो मेरे दोस्तों,
हम सब मिलकर रहेगें तभी तो देश बदलेगा।
✍रामलाल प्रजापति 'रामू'
सतना(म.प्र
हम सब को काट कर देख लो कभी खूंन नही बदलेगा,
हम सब को चख कर देख लो कभी स्वाद नही बदलेगा।
हम सब है सिर्फ हिन्दुस्तानी सुनलो मेरे दोस्तों,
हम सब मिलकर रहेगें तभी तो देश बदलेगा।
✍रामलाल प्रजापति 'रामू'
सतना(म.प्र
0 comments:
Post a Comment