खुद के मूल्यांकन से निकला एक मुक्तक आप के सम्मुख
उनकी तिरछी चितवन पर मेरा तन मन वार गया ।
करके मोहब्बत तुझसे जाना सारी हदों के पार गया ।
यूँ तो पायी कई बुलन्दी हमने अपने जीवन में ।
तेरे दिल को जीता मैंने पर खुद को भी हार गया ।।
पुनीत पाण्डेय
9336211117
उनकी तिरछी चितवन पर मेरा तन मन वार गया ।
करके मोहब्बत तुझसे जाना सारी हदों के पार गया ।
यूँ तो पायी कई बुलन्दी हमने अपने जीवन में ।
तेरे दिल को जीता मैंने पर खुद को भी हार गया ।।
पुनीत पाण्डेय
9336211117
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