शेर -
गजल से मोहब्बत करते हैं।
राहे इमां से बरकत करते हैं।
लिखें रोज एक नया शेर हम,
खुदा से यही इबादत करते हैं।
----शायर बाला प्रसाद बालाजी
गजल से मोहब्बत करते हैं।
राहे इमां से बरकत करते हैं।
लिखें रोज एक नया शेर हम,
खुदा से यही इबादत करते हैं।
----शायर बाला प्रसाद बालाजी
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