( गजल )
फुल बनकर खिला करो चेहरे से
ऑखो की नमी से बरसात ना करो
मधुशाला पीकर तुम यू ही
खुशनमी माहौल खराब ना करो
भीगी पलको से तुम इजहार ना करो
जो कहना हैं कह दो समय बर्बाद ना करो
गिले सिकवे को तुम भूला कर
रंग महेश संग मुस्कान बिखेर चलो
सावन की सहादत से तुम
अपनो में दिवार ना खड़ा करो
रंग दो रोशन जहा को मेरे यार
खुशियो कि मिलकर बौछार करो
महेश गुप्ता जौनपुरी
मोबाइल - 9918845864
फुल बनकर खिला करो चेहरे से
ऑखो की नमी से बरसात ना करो
मधुशाला पीकर तुम यू ही
खुशनमी माहौल खराब ना करो
भीगी पलको से तुम इजहार ना करो
जो कहना हैं कह दो समय बर्बाद ना करो
गिले सिकवे को तुम भूला कर
रंग महेश संग मुस्कान बिखेर चलो
सावन की सहादत से तुम
अपनो में दिवार ना खड़ा करो
रंग दो रोशन जहा को मेरे यार
खुशियो कि मिलकर बौछार करो
महेश गुप्ता जौनपुरी
मोबाइल - 9918845864
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