जय श्री कृष्ण
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विषय : सरदार भगत सिंह
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( वीर छंद )
अंग्रेजों की रूह काँपती ,
जब सुनते थे उसका नाम ।
शहीद शिरोमणि कहलाता था,
अचरज थे सब उसके काम ।।
अजर अमर हैं उसकी बातें,
भय से रहता था वो दूर ।
स्वर्णाक्षर में लिखा है,
अग जग में सारे मशहूर।।
साथी उसने कई बनाये ,
सब के सब वीरों के वीर ।
रहा देखता उन्हें जमाना ,
बदली भारत की तकदीर ।।
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मुरारि पचलंगिया
संकलन
कैलाश कासलीवाल
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विषय : सरदार भगत सिंह
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( वीर छंद )
अंग्रेजों की रूह काँपती ,
जब सुनते थे उसका नाम ।
शहीद शिरोमणि कहलाता था,
अचरज थे सब उसके काम ।।
अजर अमर हैं उसकी बातें,
भय से रहता था वो दूर ।
स्वर्णाक्षर में लिखा है,
अग जग में सारे मशहूर।।
साथी उसने कई बनाये ,
सब के सब वीरों के वीर ।
रहा देखता उन्हें जमाना ,
बदली भारत की तकदीर ।।
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मुरारि पचलंगिया
संकलन
कैलाश कासलीवाल
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