वक़्त था गवाह
मेरी मोहब्बत का
गवाह् है चाँद सितारे
मेरी वफ़ाओं के
वो किस्से मेरी मोहब्बत के
याद तो करोगे ना
आँखें नम करोगे ना
जिस तरह से
मेरी आँखे भीग जाती है
तुझे याद करके
अपने हर हसीन पल
दिए तुमको
अपने हर एहसास
मेरा हर जज्बात
मेरा वजूद तुमसे था
मोहब्बत थी तुमसे
जान से बढ़कर चाह
तो तुमको
हर मोड़ पे हर रास्ते पे
तेरा इंतज़ार किया हमने
हमें मिला क्या
सिवाय दर्द के
सिवाय बेरूखी के
तेरा मुझको यूँ छोड़ के जाना
ना जाने किस खता की सजा थी
मार दिया होता हमें
मेरे जज्बात को
मेरे एहसास के
ना जाने क्यों तेरा इंतज़ार
करता हूँ आज भी
इसी मोड़ पे उसी रास्ते पे..
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
*माज़िद ख़ान ग़ौरी*
मेरी मोहब्बत का
गवाह् है चाँद सितारे
मेरी वफ़ाओं के
वो किस्से मेरी मोहब्बत के
याद तो करोगे ना
आँखें नम करोगे ना
जिस तरह से
मेरी आँखे भीग जाती है
तुझे याद करके
अपने हर हसीन पल
दिए तुमको
अपने हर एहसास
मेरा हर जज्बात
मेरा वजूद तुमसे था
मोहब्बत थी तुमसे
जान से बढ़कर चाह
तो तुमको
हर मोड़ पे हर रास्ते पे
तेरा इंतज़ार किया हमने
हमें मिला क्या
सिवाय दर्द के
सिवाय बेरूखी के
तेरा मुझको यूँ छोड़ के जाना
ना जाने किस खता की सजा थी
मार दिया होता हमें
मेरे जज्बात को
मेरे एहसास के
ना जाने क्यों तेरा इंतज़ार
करता हूँ आज भी
इसी मोड़ पे उसी रास्ते पे..
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*माज़िद ख़ान ग़ौरी*
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