मेरे साथ मेरी जा़न जब तू नहीं रहेगी
एक फूल में उसकी खुशबू नहीं रहेगी
आँसुओं में डूबी रहे ये ज़िंदगी भले ही
तेरे बाद किसी की आरजू नहीं रहेगी
ख़्वाहिश,ख़याल,ख़्वाब बस तेरे ही रहेंगे
निंगाहों को किसी की जुस्तजू नहीं रहेगी
© इन्द्रपाल सिंह आगरावासी
एक फूल में उसकी खुशबू नहीं रहेगी
आँसुओं में डूबी रहे ये ज़िंदगी भले ही
तेरे बाद किसी की आरजू नहीं रहेगी
ख़्वाहिश,ख़याल,ख़्वाब बस तेरे ही रहेंगे
निंगाहों को किसी की जुस्तजू नहीं रहेगी
© इन्द्रपाल सिंह आगरावासी
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