बेच आन बान शान ,भूल इतिहास ज्ञान ,चले तुम बटोरने ,को केवल ताली जी
तुम ने दिया है धोखा , तुम ने भी पा के मौका , जिसमे है खाया खाना , छेद दी वो थाली भी
लगने लगा है ऐसा , दिखे गर तुझे पैसा , अपनी भी बहनों की ,करोगे दलाली जी
सर तेरा फोड़े नहीं , छोड़ दिया थोड़े में ही ,शुक्र मनाओ इसका , तुम तो भंसाली जी
मनोज"मोजू"
तुम ने दिया है धोखा , तुम ने भी पा के मौका , जिसमे है खाया खाना , छेद दी वो थाली भी
लगने लगा है ऐसा , दिखे गर तुझे पैसा , अपनी भी बहनों की ,करोगे दलाली जी
सर तेरा फोड़े नहीं , छोड़ दिया थोड़े में ही ,शुक्र मनाओ इसका , तुम तो भंसाली जी
मनोज"मोजू"
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