ये बादल तू हट ..........
बादल तू हट जरा चाँद
तारों को आने दे
खड़ा है तू रास्ते में
मेरे यारों को आने दे
तंग आ गया हूँ मै ए
गर्मी तुझसे अब
तू कहीं और जा नई बहारों
को आने दे
बारिश कब से करते जा रहा
है तू ऐ बादल
बड़ी बूंदों को हटा फव्वारों को आने दे
Kavi Nadeem jagdishpuri
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