शहीदों को सभी दिल से नमन कर दें
स्मारकों को इनके चमन कर दें
सोने की चिड़िया ये फिर कहलाये
आओ हिन्दोस्ताँ को ऐसा वतन कर दें
मिलकर तिरंगा घर घर लहरायें
सदाएँ बुलंद जन गण मन कर दें
संवर जाए नसीबा हम सभी का गर
निसार वतन पे जान ओ तन कर दें
मज़हबों की दीवार ना बाँट सके हमें
ऐसा मज़बूत सभी का ज़हन कर दें
वतन पे मर मिटने को हो तैयार सभी
गली गली में कुछ ऐसा चलन कर दें
गर जो उठे ऊँगली हिन्दोस्ताँ की तरफ
शहबाज़ हम इक नया आंदोलन कर दें
शहबाज़
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