क्यो रूसी रूसी बैठी गोरी करदे माफ जुदाई से।
देख मने नाक फुलावे क्यो इतनी छो मे आयी से।।
मर जावे सब तेरे बालो पर ओठ तेर है मोटा रे०००
मर जाता हूं मरजानी जौ होती है लडाई से।।@।।
मने तु अच्छी लागे प्यार का यह है टोटा रे।
मना करेगी मरजानी जहर भरा है लोटा रे।।
मटक के चलती गोरी कराये छुट्टी पढाई से०००
क्यो रूसी रूसी बैठी गोरी करदे माफ जुदाई से।।@।।
देख मने नाक फुलावे क्यो इतनी छो मे आयी से।।
मर जावे सब तेरे बालो पर ओठ तेर है मोटा रे०००
मर जाता हूं मरजानी जौ होती है लडाई से।।@।।
मने तु अच्छी लागे प्यार का यह है टोटा रे।
मना करेगी मरजानी जहर भरा है लोटा रे।।
मटक के चलती गोरी कराये छुट्टी पढाई से०००
क्यो रूसी रूसी बैठी गोरी करदे माफ जुदाई से।।@।।









हिन्दी कवि अंकित चक्रवर्ती
8954702290
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