✍अमित कुमार रावत. ..
🙏युवक आव्हान🙏
******
मर गया जोश है या नहीं होश है
दुर्दशा देश की है किसे दोष है
हम अनाशक्त थे देश के रक्त थे
जब वहाँ फाँसी औ जेल के वक्त थे
सिर कटे न हटे स्वर्थ से हो विवश
मातृ भू के अहा कैसे वे भक्त थे
चुक गया क्या जवानी का कुल कोष है
दुर्दशा देश की है किसे दोष है !!
आंधियाँ बने हम कब थमाये कदम
देश के शत्रु को हम गरल थे विषम
नौजवानो तुम्हें आज क्या हो गया
ज्वार भीषण जवानी का है न्यूनतम
है कुटिल भौंह माँ को बहुत रोष है
दुर्दशा देश की है किसे दोष है
तुमने नेता चुने देश की जो सुने
धर्म औ जाति के जाल उसने बुने
सुधा सिंचित किरण शशि स्वयं खा गया
आग बरसी न दर्शन दिया अम्बु ने
क्या तुम्हें इनके कृत्यों पै संतोष है
दुर्दशा देश की है किसे दोष है
तुम ही तूफान हो तुम महायान हो
तुम ही विस्फोट हो तुम प्रलयगान हो
मनुज का वंश हो जीर्ण का ध्वंश हो
सारे प्रश्नो का तुम ही समाधान हो
तू विजयनी धरा का विजयघोष है
दुर्दशा देश की है किसे दोष. है !!
✍एड.अमित कुमार रावत "प्रधानाचार्य"
जय माँ पठा देवी इण्टर कालेज पठा,ललितपुर
9⃣
🙏युवक आव्हान🙏
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मर गया जोश है या नहीं होश है
दुर्दशा देश की है किसे दोष है
हम अनाशक्त थे देश के रक्त थे
जब वहाँ फाँसी औ जेल के वक्त थे
सिर कटे न हटे स्वर्थ से हो विवश
मातृ भू के अहा कैसे वे भक्त थे
चुक गया क्या जवानी का कुल कोष है
दुर्दशा देश की है किसे दोष है !!
आंधियाँ बने हम कब थमाये कदम
देश के शत्रु को हम गरल थे विषम
नौजवानो तुम्हें आज क्या हो गया
ज्वार भीषण जवानी का है न्यूनतम
है कुटिल भौंह माँ को बहुत रोष है
दुर्दशा देश की है किसे दोष है
तुमने नेता चुने देश की जो सुने
धर्म औ जाति के जाल उसने बुने
सुधा सिंचित किरण शशि स्वयं खा गया
आग बरसी न दर्शन दिया अम्बु ने
क्या तुम्हें इनके कृत्यों पै संतोष है
दुर्दशा देश की है किसे दोष है
तुम ही तूफान हो तुम महायान हो
तुम ही विस्फोट हो तुम प्रलयगान हो
मनुज का वंश हो जीर्ण का ध्वंश हो
सारे प्रश्नो का तुम ही समाधान हो
तू विजयनी धरा का विजयघोष है
दुर्दशा देश की है किसे दोष. है !!
✍एड.अमित कुमार रावत "प्रधानाचार्य"
जय माँ पठा देवी इण्टर कालेज पठा,ललितपुर
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