q raat Meri Hai Dikhti kali
क्यू रात मेरी है दिखती काली
क्यू फूलों का मालिख है माली
सोच सोच के अभी मै समझा
सोच के करण रात है काली
फूलों को पाले मालिक माली
क्यू बैठे हो अब तुम खाली
मिलकर बजाओ
तुम ताली
महफ़िल सज जाये हाली हाली
Kavi Nadeem Jagdishpur /8795124923
0 comments:
Post a Comment