सुप्रभात जय श्री राधे कृष्ण
बजरंगी बाला सुनो,अर्ज हमारी आप ।
सदा साथ देना प्रभो,हरना मन संताप ।।
हरना मन संताप,गीत प्रभु के हम गायें ।
उर के मिटे विकार,पाप सारे मिट जायें ।
बने जहाँ के दीप,करें नित बाद उजाला ।
अर्ज करे उत्कर्ष,सुनो बजरंगी बाला ।
नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष”
श्रोत्रिय निवास बयाना
बजरंगी बाला सुनो,अर्ज हमारी आप ।
सदा साथ देना प्रभो,हरना मन संताप ।।
हरना मन संताप,गीत प्रभु के हम गायें ।
उर के मिटे विकार,पाप सारे मिट जायें ।
बने जहाँ के दीप,करें नित बाद उजाला ।
अर्ज करे उत्कर्ष,सुनो बजरंगी बाला ।
नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष”
श्रोत्रिय निवास बयाना
मित्रवर, रचना प्रस्तुति के लिये सादर आभार,
ReplyDeleteमित्र हम बयाना राजस्थान से है, आपने लखनऊ लिख दिया, कृपया पोस्ट एडिट कर सुधार करें ।
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