बसन्तोत्सव की शुभ कामनाओं सहित
सिन्धु है कृपा की मात्र बिन्दु एक माँगता हूँ
साहित्य उत्थान हेतु जावन का सारदे,
माना मैं कुपुत्र हूँ कुमातु तू होती ही नहीं
कुमति विनाश हेतु शुभ संस्कार दे ।
तू ही देख माता देश कितना दुखी है मेरा
इसके नेताओं का चरित्र को सुधार दे।
शरण में हूँ मैं तेरी वरदे लगा न देरी.
दया की निधान वीणापाणि मातु शारदे।।
✍एड.अमित कुमार रावत प्रधानाचार्य
जय माँ पठा देवी इण्टर कालेज पठा,ललितपुर
सिन्धु है कृपा की मात्र बिन्दु एक माँगता हूँ
साहित्य उत्थान हेतु जावन का सारदे,
माना मैं कुपुत्र हूँ कुमातु तू होती ही नहीं
कुमति विनाश हेतु शुभ संस्कार दे ।
तू ही देख माता देश कितना दुखी है मेरा
इसके नेताओं का चरित्र को सुधार दे।
शरण में हूँ मैं तेरी वरदे लगा न देरी.
दया की निधान वीणापाणि मातु शारदे।।
✍एड.अमित कुमार रावत प्रधानाचार्य
जय माँ पठा देवी इण्टर कालेज पठा,ललितपुर
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