गीत का मुखड़ा :-
रोम रोम में हलचल मच गई, जब हुई आखें चार
मेरे दिल दार
...........मेरे दिल दार
अंतर :-
उड़ते बादल ने जब मुझको तेरी याद दिलाई
कोयल ने झूम झूम कर प्यारी गीत सुनाई
मेरे दिल के तारों में फिर हुई गजब झनकार
ऐसा लगा कि तुमसे ,यारा हो गया मुझको प्यार
मेरे दिल दार ......मेरे दिल दार ....2
रात रात भर लिखता हूँ तेरी यादों के अफ़साने
देख के सूरत मेरी सब, कहतें हैं अब दीवाने
मंजनू अब लैला के बिन कैसे पाए करार
मेरे दिल दार
,,,........मेरे दिल दार .......
सावन में रिम झिम कि बूंदे जो लब से टकराई
अजब सी करारी तब मुझको पहली बार ही आई
तेरे प्यार के चक्कर में , बुरा हो गया हाल
मेरे दिल दार ...... मेरे दिल दार ....2
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