पीली चुनर::
***
बसंत आगमन
मनभवन
सौन्दर्य अनुपम
बदल वस्त्र अपने
धारण की पीली चुनर
हरहराये बसंत
मां शारदे
आशीर्वाद बरसायें !
मन में
मधुमास जगाये
प्रीत की ऋतु सुहानी
विरहनियों की पीड़ा जगाये
कंगन पायल विरह गीत गाये
मां शारदे मन ही मन मुस्काये
सौगातों से झोली भरें
मस्त पवन ठिठोली करे !
आशीर्वाद धरती से नभ
तक बिखरे !
नमिता दुबे
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बसंत आगमन
मनभवन
सौन्दर्य अनुपम
बदल वस्त्र अपने
धारण की पीली चुनर
हरहराये बसंत
मां शारदे
आशीर्वाद बरसायें !
मन में
मधुमास जगाये
प्रीत की ऋतु सुहानी
विरहनियों की पीड़ा जगाये
कंगन पायल विरह गीत गाये
मां शारदे मन ही मन मुस्काये
सौगातों से झोली भरें
मस्त पवन ठिठोली करे !
आशीर्वाद धरती से नभ
तक बिखरे !
नमिता दुबे
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