मिलकर बाट लो दुःख को सारे
दुःख है तेरा दुःख है मेरा
दुखियों का है ये सबेरा
दुःख के गंगा में डूबा हूँ
दुखयारा ही नाम है मेरा
सबके दुःख को मै हर लूँ
पुन्न में ऐसा कोई कर लूँ
दुःख जब जब आये किसी पर
रूप जोगी का मै धर लूँ
सबके दुःख को मै हर लूँ
कर्म में ऐसा कोई कर लूँ
कवि नदीम जगदीशपुरी 8795124923
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