ठण्डा चूल्हा देखकर रात गुजारी उस
गरीब ने,
कमबख्त आग थी की पेट में रात भर
जलती रही ✍
आदाब जी
गरीब ने,
कमबख्त आग थी की पेट में रात भर
जलती रही ✍
आदाब जी
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