कलाधर छंद
र ज र ज र ज र ज र ज + गुरु
आदि से दिगंत मे अनंत सूर्य वंश मे ,
सुरम्य राम नाम तो बडा सशक्तिवान है
त्रेत मे प्रभा समाय दिव्य तेज पुंज लै,
निहारता कृपानिधे !प्रभू विराज त्राण है
विश्व मे सहिष्णु पाठ को लिये पढाय जो,
सु लोकतंत्र का यहाँ सदा सदा प्रमाण है
राम राज्य काज मे सुभाग्यता छिपी रही,
चरित्र साध के सभी करे विराट गान है।।
श्रीमन्नारायण चारी"विराट"
र ज र ज र ज र ज र ज + गुरु
आदि से दिगंत मे अनंत सूर्य वंश मे ,
सुरम्य राम नाम तो बडा सशक्तिवान है
त्रेत मे प्रभा समाय दिव्य तेज पुंज लै,
निहारता कृपानिधे !प्रभू विराज त्राण है
विश्व मे सहिष्णु पाठ को लिये पढाय जो,
सु लोकतंत्र का यहाँ सदा सदा प्रमाण है
राम राज्य काज मे सुभाग्यता छिपी रही,
चरित्र साध के सभी करे विराट गान है।।
श्रीमन्नारायण चारी"विराट"
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