जय मॉ शारदे
मिसरा-- गम जहॉ से छिपाया, मजा आ गया ा
-------------------
1-
उनका घूँघट उठाया, मजा आ गया ा
चॉद जब शर्म खाया, मजा आ गया ाा
जाम ऑखों के टेढे नजर आये जब,
गम जहॉ से छिपाया, मजा आ गया ाा
2-
प्यार से मुस्कराया , मजा आ गया ा
उनसे नजरे लडाया, मजा आ गया ाा
अपनी बदनामियॉ जब लगी दॉव पर,
गम जहॉ से छिपाया, मजा आगया ाा
3-
झूठ जो बोल पाया , अदा आ गया ा
सच से पर्दा उठाया , सजा आ गया ाा
घॉव नासूर करते नमक डालके ,
गम जहॉ से छिपाया , मजा आ गया ाा
4-
पाप को खुब कमाया, मजा आ गया ा
दुखी जन को सताया, मजा आ गया ाा
जब लगी बद्दुवा दुख के मेले दिखे ,
गम जहॉ से छिपाया, मजा आ गया ाा
BY. R. K. Tiwari
मिसरा-- गम जहॉ से छिपाया, मजा आ गया ा
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1-
उनका घूँघट उठाया, मजा आ गया ा
चॉद जब शर्म खाया, मजा आ गया ाा
जाम ऑखों के टेढे नजर आये जब,
गम जहॉ से छिपाया, मजा आ गया ाा
2-
प्यार से मुस्कराया , मजा आ गया ा
उनसे नजरे लडाया, मजा आ गया ाा
अपनी बदनामियॉ जब लगी दॉव पर,
गम जहॉ से छिपाया, मजा आगया ाा
3-
झूठ जो बोल पाया , अदा आ गया ा
सच से पर्दा उठाया , सजा आ गया ाा
घॉव नासूर करते नमक डालके ,
गम जहॉ से छिपाया , मजा आ गया ाा
4-
पाप को खुब कमाया, मजा आ गया ा
दुखी जन को सताया, मजा आ गया ाा
जब लगी बद्दुवा दुख के मेले दिखे ,
गम जहॉ से छिपाया, मजा आ गया ाा
BY. R. K. Tiwari
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