होती होगी तुम्हारे पास ज़माने भर की
डिग्रियां,
किसी की छलकती आँखो को न पढ़
सको तो अनपढ़ हो तुम ।✍
🌹 आदाब जी🌹
डिग्रियां,
किसी की छलकती आँखो को न पढ़
सको तो अनपढ़ हो तुम ।✍
🌹 आदाब जी🌹
स्वागत है आपका हमारे इस समूह में आप इसमें गजल शायरी मुक्तक कविता और कहानियां पढ़ सकते हैं और दोस्तों को भेज भी सकते हैं धन्यवाद
Copyright © Sahitay Sewa Manch | Powered by Kavi Nadeem Design by Kavi | Blogger Theme by NewBloggerThemes.com
0 comments:
Post a Comment