हिंदी साहित्य का आधुनिक काल भारत के इतिहास के बदलते हुए स्वरूप से प्रभावित था। स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्रीयता की भावना का प्रभाव साहित्य में भी आया। भारत में औद्योगीकरण का प्रारंभ होने लगा था। आवागमन के साधनों का विकास हुआ। अंग्रेजी और पाश्चात्य शिक्षा का प्रभाव बढा और जीवन में बदलाव आने लगा।

Friday, 6 October 2017

Vinay Samadhiya

नाक बड़ी अौर आँख तनक सी
करें निपोछे काम,
सबन कौं बड़े सुहाने,
खा खाकें गर्राय़,करवैं 
धरती कों बदनाम
सबन कौं बड़े सुहाने,
सोच बड़ी अौर नीची करनीं,
होत दिखावा नाम,
सबन कौं बड़े सुहाने,
दुक दुक कैं भर लए, कल्दारन् सें
घर कोठी गोदाम
सबन कौं बड़े सुहाने,
जात पात में लड़ा भिड़ा कैं,
कर रए अल्ला राम
सबन कौं बड़े सुहाने,
बगल में रखबैं तिलक तराजू,
करवैं टोपी कौं बदनाम,
सबन कौं बड़े सुहाने,
घानैं धरकैं देश सबअौ जे,
तान पिछौरा,कर रए हैं आराम
सबन कौं बड़े सुहाने ||
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