दिल को लाचार कर लिया हमने
जिंदगी बहार कर लिया हमने
खफा है जमाना आज मुझसे
जो आपसे प्यार कर लिया हमने
किसको क्या मालूम क्या हुवा
यहाँ दिल को बाज़ार कर लिया हमने
लौट कर वापस न आये दोबारा
कितना इन्तजार कर लिया हमने
हाँ माना इश्क आग का दरिया है मगर
तैंर जाऊँगा ये करार कर लिया हमने
और कितना जलुंगा,जल चूका हूँ मैं
अब तो खुद को अंगार कर लिया हमने
kavi Nadeem Jagdishpuri
8795124923
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