तेरी हर बात को हम भुलाएँ कैसे
जख्म गहरे हैं मरहम लगायें कैसे
खामोशियाँ बहुत हैं मगर क्या करें
दिल की बात लबों पर लायें कैसे
कातिल अपने ही हैं कोई और नहीं
हम जमाने अब ये बताएं कैसे
राज ये विरानो में खो गया माहिर
अब इससे पर्दा हम उठायें कैसे
http://hindi-shayari.in/en/
जख्म गहरे हैं मरहम लगायें कैसे
खामोशियाँ बहुत हैं मगर क्या करें
दिल की बात लबों पर लायें कैसे
कातिल अपने ही हैं कोई और नहीं
हम जमाने अब ये बताएं कैसे
राज ये विरानो में खो गया माहिर
अब इससे पर्दा हम उठायें कैसे
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