छोडो न मांगों मुझसे मेरा हाथ जानेमन
तुमसे न निभ सकेगा मेरा साथ जानेमन
आ पास मेरे दिल से लगा लूँ तुझे जरा
दोबारा हो न हो ये मुलाकात जानेमन
वो मुझको देखकर तेरा हसना कहाँ गया
पहले से अब नही तेरे जज्बात जानेमन
हमने तो जैसे तैसे सब गम गुजार दी
तुम भी सुनाओ कैसे कटी रात जानेमन
Shayar Waqar Faraji
तुमसे न निभ सकेगा मेरा साथ जानेमन
आ पास मेरे दिल से लगा लूँ तुझे जरा
दोबारा हो न हो ये मुलाकात जानेमन
वो मुझको देखकर तेरा हसना कहाँ गया
पहले से अब नही तेरे जज्बात जानेमन
हमने तो जैसे तैसे सब गम गुजार दी
तुम भी सुनाओ कैसे कटी रात जानेमन
Shayar Waqar Faraji